वायव्य कोण में क्या होना चाहिए / वायव्य कोण के दोष दूर करने के उपाय – वैसे तो वास्तु शास्त्र का महत्व पुराने समय से ही रहा हैं. लेकिन आज के वर्तमान समय में भी वास्तु शास्त्र का अधिक महत्व हैं. आज के समय में हर कोई व्यक्ति अपना घर या ऑफिस वास्तु शास्त्र के हिसाब से बनाता हैं.
ऐसा माना जाता है की वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या ऑफिस बनाया जाए. तो जीवन में सुख-शांति बनी रहती हैं. और मनुष्य की काफी समस्याएं ऐसे ही हल हो जाती हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर या ऑफिस बनाने के लिए वास्तु एक्सपर्ट की सलाह ली जाती हैं. और उनके कहे अनुसार घर या ऑफिस का निर्माण किया जाता हैं. वास्तु से जुडी ऐसी ही कुछ जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में बताने वाले है. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की वायव्य कोण में क्या होना चाहिए तथा वायव्य कोण किसे कहते है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते है.
वायव्य कोण में क्या होना चाहिए
वायव्य कोण वायु का स्थान माना जाता हैं. और इस दिशा का स्वामी ग्रह चंद्र हैं. यह दिशा गंदी रखने पर आपको बहुत नुकसान हो सकता हैं. इसलिए यह ध्यान रखे की वायव्य कोण उत्तर-पश्चिम दिशा को गंदा न रखे.
इस दिशा में आप खिड़की तथा गेस्ट रूम आदि बना सकते हैं. इस दिशा में कभी भी धन नहीं रखना चाहिए. अगर आपने वायव्य कोण में धन रखा हैं. तो आपके बीना वजह के खर्चे चालू हो जाएगे.
वायव्य कोण किसे कहते है
घर की उत्तर-पश्चिम दिशा को वायव्य कोण कहते हैं. यह दिशा वायु का स्थान मानी जाती हैं. तथा वायव्य कोण का स्वामी ग्रह चंद्र को माना जाता हैं.
वायव्य कोण के दोष दूर करने के उपाय
वायव्य कोण के दोष दूर करने के कुछ उपाय हमने नीचे बताए हैं.
- वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आपके घर में वायव्य कोण में दोष है. जिसकी वजह से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं. तो आपके घर के मंदिर में चंद्र का यंत्र स्थापित करे. क्योंकि चंद्र ग्रह वायव्य कोण का स्वामी माना जाता हैं. यह उपाय करने से आपके घर का वायव्य दोष दूर हो जाएगा.
- इसके अलावा वायव्य कोण में दोष होने पर घर की दीवारों पर क्रीम कलर का रंग करवाए. इससे आपके घर का वायव्य दोष दूर होगा.
- वायव्य कोण में दोष होने पर चंद्र का मंत्र तथा हनुमान चालीसा का पाठ भी किया जा सकता हैं. इससे यह दोष दूर हो जाता हैं.
- इसके अलावा वायव्य कोण का दोष दूर करने के लिए पूर्णिमा की रात्रि को चावल तथा दूध की खीर बनाकर चंद्र देवता को अर्पित करे. तथा ब्राह्मणों को दान आदि करे.
वायव्य कोण का महत्व
वायव्य कोण के कुछ महत्व हमने नीचे बताए हैं.
- वायव्य कोण में रसोईघर या अनाज भंडार बना सकते हैं. इस दिशा में बनाया गया अनाज भंडार अनाज को बिगड़ने नहीं देता हैं.
- वायव्य कोण में गेस्ट रूम बना सकते हैं. इस दिशा से वायु का अधिक प्रवेश होता हैं. जिससे गेस्ट को सुकून मिलता हैं.
- वायव्य कोण में खिड़की रखना बहुत ही लाभदायी माना जाता हैं. इस दिशा से अधिक से अधिक ऊर्जा हमारे घर में आती हैं. जो की हमारे लिए अच्छा माना जाता हैं.
अग्नि कोण में क्या होना चाहिए
वास्तु शास्त्र के हिसाब से दक्षिण-पूर्व दिशा को अग्नि कोण कहा जाता हैं. इस दिशा का सीधा संबंध अग्नि से होने से आप अग्नि से संबंधित वस्तु इस अग्नि कोण में रख सकते है. जैसे की आप अग्नि कोण में गैस, चूल्हा, ज्वलनशील चीज़ वस्तु, ओवन आदि रख सकते हैं.
ईशान कोण में क्या होना चाहिए
ईशान कोण में आप तुलसी का पौधा, घर का मुख्य द्वार, बच्चो का कमरा, पूजा स्थल आदि बना सकते हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की वायव्य कोण में क्या होना चाहिए तथा वायव्य कोण किसे कहते है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह वायव्य कोण में क्या होना चाहिए / वायव्य कोण के दोष दूर करने के उपाय आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद