थनैला रोग की देसी दवा क्या है – 6 सबसे असरदार तरीके जाने – थनैला रोग गाय और दुधारू पशु में पाए जाने वाला मुख्य रोग माना जाता हैं. गाय में यह रोग सामान्य माना जाता हैं. अपने पुरे जीवनकाल के दौरान गाय थनैला रोग से काफी बार पीड़ित होती हैं. इस रोग में गाय के थन के आसपास की त्वचा प्रभावित हो जाती हैं.
कई बार गाय के थन में इन्फेक्शन की वजह से यह रोग गाय में दिखाई देता हैं. लेकिन थनैला रोग उत्पन्न होने पर आप कुछ देसी दवा कर सकते हैं. ऐसी ही कुछ देसी दवा के बारे में आज हम आपके साथ चर्चा करने वाले है. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की थनैला रोग की देसी दवा क्या है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
थनैला रोग की देसी दवा क्या है / थनैला रोग का उपचार क्या है
थनैला रोग की देसी दवा और कुछ घरेलू उपाय हमने नीचे बताये हैं.
ग्रीन टी का उपयोग करे
ग्रीन टी के इस्तेमाल से थनैला रोग को खत्म किया जा सकता हैं. इसके लिए आपको ग्रीन टी को गर्म पानी में डालकर गाय के थन को भाप देनी हैं. इससे गाय के थन को थनैला रोग से हुई संक्रमण से मुक्ति मिलती हैं.
अरंडी का तेल उपयोग करे
अरंडी का तेल लेकर उसको अच्छे से छान ले. छान लेने के बाद गुनगुना गर्म करके गाय के थन पर हलके हाथ से मालिश करे इससे थनैला रोग कुछ ही दिनों में खत्म हो जाता हैं.
दही और गुड का उपयोग करे
अगर गाय में थनैला रोग अधिक बढ़ चूका हैं. तो ऐसे में आपको 500 ग्राम जितना दही और 1 किलो जितना गुड लेना हैं. अब इन दोनों को अच्छे से मिश्रित करके गाय को खिला देना हैं. इससे गाय को थनैला रोग से मुक्ति मिलती हैं.
गाय का घी और काली मिर्च का उपयोग करे
थनैला रोग को खत्म करने के लिए आप गाय का घी और काली मिर्च का उपयोग भी कर सकते हैं. इसके लिए आपको 1 किलोग्राम जितना गाय का घी लेना हैं. अब उसमे दस ग्राम जितना काली मिर्च पाउडर और थोडा सा नींबू का रस मिला लीजिए.
अब मिश्रण को गाय को खिला दीजिए. यह उपाय थोड़े दिन करने से गाय को थनैला रोग से मुक्ति मिलती हैं.
नीम के पानी का उपयोग करे
अगर गाय को थनैला रोग हो गया हैं. तो उनके थन पर नीम का पानी लगाना चाहिए. नीम का पानी बनाने के लिए नीम को पानी में अच्छे से उबाल ले. और यह पानी गाय के थनों पर लगाये. यह दवा के रूप में काम करता हैं. इस पानी को गाय के थन पर लगाने से गाय को थनैला रोग से मुक्ति मिलती हैं.
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थनैला रोग की होम्योपैथिक दवा
अगर गाय को थनैला रोग हो गया हैं. तो ऐसे में आप गाय या दुधारू पशु को होम्योपैथिक दवा दे सकते हैं. होम्योपैथिक दवाई में आप गाय या दुधारू पशु को Masta forte 200 दे सकते हैं. यह दवाई आपको आपके स्थानीय पशु चिकित्सक केंद्र से मिल जाएगी.
यह होम्योपैथिक दवाई आपको पशु को रोजाना उसकी जीभ पर 5 ml जितनी यानी की दस बूंद के करीब डालनी हैं. यह दवाई पशु को देने के बाद उसको दो घंटे के लिए कुछ भी खाना ना दे. और दवाई देने के दो घंटे पहले ही पशु को खाना खिला दे. दवाई देने के बाद और पहले दो घंटे तक पशु को कुछ भी नही देना चाहिए.
यह होम्योपैथिक दवाई देने के बाद पांच से सात दिनों में दुधारू पशु को थनैला रोग से मुक्ति मिल जाती हैं. लेकिन अगर आप यह होम्योपैथिक दवाई दे रहे हैं. तो एक बार पशु चिकित्सक की सलाह जरुर ले.
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थनैला रोग से बचाव और ध्यान रखने योग्य बातें
अगर गाय या दुधारू पशु को थनैला रोग हुआ हैं. तो आपको नीचे बताई गई बातो को ध्यान में रखना चाहिए.
- अगर पशु को थनैला रोग हुआ हैं. तो ऐसे में बीना देरी किये पशु चिकित्सक से पशु की जांच करवाए.
- पशु चिकित्सक से पशु का तुरंत ही इलाज शुरू करवाए.
- पशु को थनैला रोग ना हो इसलिए पशु के रहने की जगह को साफ़ सुथरा रखे.
- समय समय पर पशु की जांच पशु चिकित्सक से करवाते रहे.
- थनैला रोग से पशु को बचाने के लिए पशु के थन से पूरा दूध निकाल ले. थन में दूध ना रहे इस बात का ध्यान रखे.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की थनैला रोग की देसी दवा क्या है . इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा थनैला रोग की देसी दवा क्या है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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