सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधि – सम्पूर्ण जानकारी

सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधिसम्पूर्ण जानकारी – हमने काफी बार देखा है. की किसी व्यक्ति के शरीर में किसी देवी-देवता ने प्रवेश किया हैं. हम कही मंदिर या धार्मिक अनुष्ठान में जाते हैं. वहां पर इस प्रकार की दृश्य अधिक देखने को मिलते हैं. जब किसी व्यक्ति के शरीर में किसी देवी-देवता का प्रवेश होता हैं. तो उसे शरीर में सवारी आना कहते हैं.

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जब भी किसी जातक के शरीर में सवारी आती हैं. तब सभी भक्त अपनी अपनी समस्या के बारे में सवाल करते है. और उनके सवाल का सटीक जवाब दिया जाता हैं. और इस प्रकार भक्तो के काफी कष्ट भी दूर होते हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधि बताने वाले हैं. इसके अलावा हनुमान जी, काल भैरव तथा मां काली की सवारी बुलाने का मंत्र भी आपको बताएगे. यह महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधि

हमने नीचे सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधि की संपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं.

सवारी बुलाने का मंत्र

ॐ नमो आदेश गुरु को,बंगाल से आयी सवारी शेरावाली माता की, आगे चले हनुमान पीछे चले भैरव, साथ मे आये अमुक माता मेरे शरीर को सवारों,सवारी के रूप में रुक जाओ भगत का वाचा सिध्द करो ना करो तो गुरु का मंत्र सच्चा चले छू वाचापुरी

सवारी बुलाने की साधना विधि

  • सवारी बुलाने के लिए सबसे पहले आपको शेरावाली माता की प्रतिमा किसी बाजोट पर कुमकुम से बनानी होगी.
  • प्रतिमा बनाने के पश्चात प्रतिमा के ऊपर चार दीपक जलाने हैं.
  • इसके पश्चात आप फुल आदि भी अर्पित कर सकते हैं.
  • अब ऊपर दिया गया मंत्र शुक्ल अष्टमी या नवरात्रि के दिन जाप करना हैं. यह मंत्र आपको बिना माला के लगातार एक घंटे तक करना हैं. मंत्र जाप की शुरुआत करने से पहले धुप-अगरबत्ती जरुर करे.
  • एक घंटे का मंत्र जाप पूर्ण होने के पश्चात मिठाई का भोग अवश्य लगाए.
  • यह संपूर्ण प्रक्रिया तथा विधि आपको लगातार 21 दिन तक करनी हैं.
  • यह साधना करने के दौरान आपका शरीर तथा सिर भारी हो सकता हैं. तथा आपके शरीर का तापमान भी बढ़ सकता हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ अनुभव होता है. तो आपको गभराने की जरूरत नहीं हैं. यह सामान्य अनुभव होता हैं. जिससे आपको कोई भी नुकसान नहीं होता हैं.
  • यह साधना विधि स्नान आदि करने के बाद तथा आसन बिछाकर और लाल वस्त्र धारण करके ही करनी हैं.

तो दोस्तों यह था मंत्र और संपूर्ण साधना विधि जिससे आप अपने शरीर में सवारी बुला सकते हैं.

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हनुमान जी की सवारी बुलाने का मंत्र

कालतंतु कारेचरिन्त एनर मरिष्णु

निर्मुक्तेर कालेत्व्म अमरिष्णु

काल भैरव की सवारी बुलाने का मंत्र

आयाहि भगवन् रुद्रो भैरवः भैरवीपते

प्रसन्नोभव देवेश नमस्तुभ्यं कृपानिधि

मां काली की सवारी बुलाने का मंत्र

जय काली कंकाली महाकाली के पुत कालभैरव, हुक्म है-हाजिर रहे, मेरा कहा काज तुरंत करे, काला-भैरव किल-किल करके चली आयी सवारी,इसी पल इसी घडी यही भगत मे रुके,ना रुके तो दुहाई काली माई की, दुहाई कामरू कामाक्षा की, गुरू गोरखनाथ बाबा की आण,  छु वाचापुरी

यह तीनो मंत्र सवारी बुलाने के मंत्र हैं. आप इस मंत्र का जाप विधि सहित करेगे. तो हनुमान जी, काल भैरव तथा माँ काली की सवारी आपके शरीर में आएगी. इस प्रक्रिया के दौरान अगर आपके शरीर में कुछ भी अनुभव हो रहा है. जैसे की सिर भारी होना तथा शरीर का भारी होना तो आपको डरने की जरूरत नहीं हैं.

जब भी कोई सवारी हमारे शरीर में आती है. तब ऐसे अनुभव का सामना हमे करना पड़ता हैं. फिर भी किसी गुरु या तांत्रिक को अपने पास रखकर यह सभी मंत्र जाप तथा विधि करे.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधि बताए हैं. इसके अलावा हनुमान जी, काल भैरव तथा माँ काली की सवारी बुलाने के मंत्र भी बताए हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है. तो आगे जरुर शेयर करे.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह सवारी बुलाने का मंत्र और साधना विधि आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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