सूतक में वर्जित कार्य कौनसे है – सूतक का अर्थ / सूतक क्या होता है – हिंदू सनातन धर्म में किसी के भी घर का कोई सदस्य शांत हो जाता हैं. या स्वर्ग चला जाता हैं. तो उस घर में कुछ दिन के लिए सूतक लग जाता हैं. मृतक के जितने भी खून के रिश्ते होते हैं. उस सभी के घर में सूतक लग जाता हैं.
सूतक लगने पर घर के सदस्यों को कुछ बातों का पालन करना होता हैं. तथा कुछ दिन ऐसे ही सूतक लगा रहता हैं. सूतक में कौनसे कार्य वर्जित होता है तथा सूतक कितने दिनों का होता हैं. यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी हम आपको इस आर्टिकल में देने वाले हैं. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की सूतक में वर्जित कार्य कौनसे है तथा सूतक कितने दिन का होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
सूतक में वर्जित कार्य कौनसे है
सूतक लगने पर हमे कुछ दिन तक नीचे दिए गए कार्य नहीं करने हैं. सूतक में वर्जित कार्य नीचे दिए गए हैं.
- सूतक में घर में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए.
- सूतक में कोई भी सामाजिक कार्य में सहभागी नहीं होना चाहिए.
- सूतक में अन्य के वहां भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए.
- सूतक में भगवान की पूजा नहीं करनी चाहिए.
- सूतक में व्रत आदि नहीं करना चाहिए.
- सूतक में कोई भी मांगलिक कार्य में भी सहभागी होने से बचना चाहिए.
- सूतक में किसी के भी घर नहीं जाना चाहिए. और बीना वजह भ्रमण नहीं करना चाहिए. सूतक में अपने घर पर रहकर सभी नियमों का पालन करना चाहिए.
- सूतक के दौरान अगर किसी का जन्म होता हैं. तो भजन आदि करके समय गुजारें. तथा किसी की मृत्यु होती है तो गरुड़ पुराण सुनकर अपना समय व्यतीत करे.
- सूतक का समय समाप्त हो जाने के पश्चात स्नान आदि करके तथा पंचगव्य का सेवन करके अपने आप को शुद्ध कर ले.
- सूतक के दौरान घर के किसी भी सदस्य को मंदिर आदि में दर्शन करने के लिए भी नहीं जाना चाहिए.
- जिस घर में सूतक होता हैं. उस घर के सदस्यों को बाहर के व्यक्ति को छूना नहीं चाहिए. तथा सूतक वाले घर से जल तथा अन्न भी ग्रहण नहीं करना चाहिए.
- सूतक के दौरान घर के सदस्यों को सार्वजनिक स्थलों पर जाने से भी बचना चाहिए.
- सूतक के दौरान किसी के घर पर जाना भी वर्जित माना जाता हैं. सूतक के दौरान घर पर रहकर ही सूतक के सभी नियमों का पालन करना चाहिए.
सूतक का अर्थ / सूतक क्या होता है
हिंदू सनातन धर्म में किसी के घर में किसी का मृत्यु हो जाता हैं. तो उसके पीछे घर के सदस्य सवा महीने तक सूतक पालन करते हैं. सूतक में घर के सदस्य घर में रहकर ही ऊपर दिए गए सभी नियमो का पालन करते हैं.
सूतक में व्रत करना चाहिए या नहीं
जी नहीं, सूतक में किसी भी प्रकार का कोई भी व्रत आदि नहीं करना चाहिए.
सूतक में पूजा करनी चाहिए कि नहीं
सूतक के विषय में ऐसा माना जाता है की यह समय अशुभ काल समय होता हैं. इस समय कोई भी मांगलिक कार्य नहीं करने चाहिए. तथा सूतक के दौरान पूजा आदि भी नहीं करनी चाहिए.
सूतक कितने दिन का होता है
सूतक सवा महीने तक का होता हैं.
मृत्यु सूतक में क्या नहीं खाना चाहिए
मृत्यु सूतक में बाहर का खाना वर्जित माना जाता हैं. सूतक में घर का खाना भी कम तेल और कम मिर्च मसाले वाला होना चाहिए. सूतक में घर का सादा भोजन ही लेना चाहिए.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की सूतक में वर्जित कार्य कौनसे है तथा सूतक कितने दिन का होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह सूतक में वर्जित कार्य कौनसे है / सूतक का अर्थ / सूतक क्या होता है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद