सूखा रोग के टोटके तथा आयुर्वेदिक उपचार – आज के समय में आपको सुखा रोग के मरीज अधिक देखने को मिल जाएगे. यह रोग बच्चो में ज्यादा देखने को मिलता हैं. 2 वर्ष से 12 वर्ष के बच्चे सुखा रोग के शिकार बन जाते हैं. कुछ डॉक्टर और एक्सपर्ट का कहना है की कुपोषण और संतुलित आहार ना मिलने की वजह से बच्चे इस रोग का शिकार बन जाते हैं.
लेकिन आज के समय यह बीमारी सुखी और संपन्न परिवार के बच्चो में भी देखने को मिलती हैं. इसलिए इसके पीछे विटामिन डी की कमी को भी माना जाता हैं. यह हड्डियों का रोग माना जाता हैं. इसलिए विटामिन डी की कमी के कारण भी सुखा रोग बच्चो में देखने को मिलता हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सुखा रोग के टोटके बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
सूखा रोग के टोटके / सूखा रोग का आयुर्वेदिक उपचार
सुखा रोग के कुछ मुख्य टोटके हमने नीचे बताए हैं.
टमाटर
बच्चो को सुखा रोग से छुटकारा दिलवाने के लिए आप टमाटर का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर बच्चा सुखा रोग से पीड़ित हैं. तो ऐसे बच्चे को रोजाना सुबह के समय ताजे टमाटर का रस लगातार एक महीने तक पीलाना हैं. इससे सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
बादाम
बादाम पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं. यह हमारी सेहत के लिए काफी अच्छी मानी जाती हैं.
अगर कोई बच्चा सुखा रोग से पीड़ित हैं. तो तीन से चार बादाम को रात को भिगोने के बाद सुबह बादाम पीसकर दूध में डालकर बच्चे को पीला दीजिए. इससे बच्चे की दुर्बलता दूर होगी. और बच्चे को सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
अंगूर
सुखा रोग की समस्या से निजात पाने के लिए अंगूर भी काफी फायदेमंद माना जाता हैं. अगर आप सुखा रोग से पीड़ित बच्चे को रोजाना अंगूर का रस पीलाते हैं. तो बच्चे को ताकत मिलेगी. और सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलेगा. अगर आप चाहे तो टमाटर के रस के साथ अंगूर का रस मिलाकर भी पीला सकते हैं.
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अमचुर
अमचुर भी सुखा रोग की समस्या में काफी अच्छा माना जाता हैं. अमचुर को भिगोकर शहद में मिलाकर सुखा रोग से पीड़ित बच्चे को चटाने से सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलता हैं. यह उपाय आपको दिन में दो बार करना हैं.
बैंगन
सुखा रोग की समस्या से पीड़ित रोगी के लिए बैंगन भी काफी अच्छा माना जाता हैं. इसके लिए आपको बैंगन का रस निकालकर दो चम्मच दुपहर के भोजन के बाद पीड़ित रोगी को पीला देना हैं. यह उपाय करने से सुखा रोग की समस्या से कुछ ही दिनों में आराम मिलता हैं.
शहद
माँ के दूध के साथ थोडा सा शहद मिलाकर सुखा रोग से पीड़ित बच्चे को पीलाने से सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलता हैं. यह उपाय आपको 20 से 25 दिन तक करना हैं.
जामुन
जामुन का रस निकालकर पानी के साथ बच्चे को पीलाने सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलता हैं.
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मकोय
मकोय सुखा रोग की समस्या से पीड़ित रोगी के लिए काफी अच्छा माना जाता हैं. इसके लिए आपको मकोय का रस निकालकर पानी में मिलाकर बच्चे को पीला देना हैं. इससे सुखा रोग की समस्या से छुटकारा मिलेगा.
केसर
सुखा रोग को जड़ मूल से खत्म करने के लिए केसर भी काफी फायदेमंद साबित होता हैं. इसके लिए आपको सुबह के समय सूरज उगने से पहले थोडा केसर और काली गाय का गौ मूत्र लेना हैं. अब दोनों को एक शीशी में अच्छे से मिलाकर रख देना हैं. इस मिश्रण को छह महीने तक रोजाना बच्चे को देना हैं.
इस मिश्रण की पांच बूंदे रोजाना मां के दूध के साथ बच्चे को देनी हैं. इस उपाय से सुखा रोग जल्दी ही खत्म हो जाता हैं.
गुलर
सुखा रोग से निजात पाने के लिए गुलर का दूध भी काफी लाभदायी माना जाता हैं. इसके लिए आपको एक बताशा लेना हैं. इसके ऊपर गुलर के दूध की पांच बूंद डालकर सुखा रोग के मरीज को खिला दे. इससे सुखा रोग की समस्या का निवारण होता हैं. और बच्चा तंदुरस्त बनता हैं.
तो कुछ इस प्रकार से आप सुखा रोग से बचने के लिए टोटके कर सकते हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से सूखा रोग के टोटके बताए है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह सूखा रोग के टोटके तथा आयुर्वेदिक उपचार आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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