स्त्री को कब नहाना चाहिए / किस दिशा में नहाना चाहिए – नहाना हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है. क्योंकि नहाने से हम स्वस्थ रहते हैं. और इसके कारण हम बीमारियों से दूर रहते हैं. लेकिन हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथो में नहाने के कुछ नियम बताए गए हैं. स्त्री हमारे घर की लक्ष्मी मानी जाती हैं. इसलिए स्त्रियों के नहाने के बारे में भी हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथो में कुछ नियम और नहाने का सही समय बताया गया हैं.
ऐसे ही कुछ नियमो के बारे में आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करने वाले हैं. इसलिए इस महत्वपूर्ण जानकारी को पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की स्त्री को कब नहाना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करते हैं.
स्त्री को कब नहाना चाहिए
हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथो में स्त्री के नहाने के बारे में कुछ नियम और सही समय बताया गया हैं. हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथो के अनुसार स्त्रियों को हमेशा सुबह के समय 4 से 5 बजे के बीच नहाना चाहिए. स्त्रियों के नहाने का यह बहुत ही अतिउत्तम समय माना जाता हैं. सुबह के 4 से 5 बजे का समय मुनि स्नान का समय कहा जाता हैं.
अगर स्त्रियाँ इस मुनि समय में स्नान करती हैं. तो इससे हमें काफी सारे लाभ मिलते हैं. क्योंकि मुनि स्नान को सबसे सर्वोत्तम स्नान कहा जाता हैं.
अगर कोई स्त्री मुनि स्नान करती हैं. यानी की सुबह के 4 से 5 बजे के बीच नहाती हैं. तो इससे घर में सुख सुविधा बनी रहती हैं. इसके अलावा बल और आरोग्य की प्राप्ति होती हैं. इसलिए स्त्रियों के लिए मुनि स्नान करना अच्छा माना जाता हैं.
इसके अलावा स्त्रियाँ सुबह 5 से 6 बजे के बीच में भी नाह सकती हैं. सुबह का 5 से 6 बजे का समय देव स्नान का समय कहलाता हैं. इस देव स्नान को भी उत्तम स्नान माना जाता हैं. अगर स्त्रियाँ देव स्नान के समय नहाती हैं. तो इससे घर में वैभव और यश की प्राप्ति होती हैं. इसके अलावा हमें धन और शांति की भी प्राप्ति होती हैं.
अगर स्त्रियाँ चाहे तो 6 से 7 बजे के बीच भी नहा सकती हैं. इस समय को मानव स्नान कहा जाता हैं. अगर आप इस समय स्नान करते हैं. तो आपको सफलता की प्राप्ति होती हैं. साथ साथ आपके परिवार में शांति बनी रहती हैं.
इस प्रकार से स्त्रियाँ 4 बजे से लेकर 7 बजे के बीच कभी भी नाह सकती हैं. स्त्रियों के नहाने के लिए यह समय शुभ माना जाता हैं. सुबह के 7 बजे के बाद घर की स्त्रियों को नही नहाना चाहिए. अगर स्त्रियाँ 7 बजे के बाद नहाती हैं. तो इसे राक्षसी स्नान माना जाता हैं. इससे घर में दरिद्रता, धन हानि, कलह आदि उत्पन्न होते हैं.
लाफिंग बुद्धा किस दिन खरीदना चाहिए – लाफिंग बुद्धा घर में कहां रखें
किस दिशा में नहाना चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार नहाने के लिए उत्तर दिशा सबसे अच्छी और शुभ मानी जाती हैं. अगर आप उत्तर दिशा में नहाते है. तो आपका स्वास्थ्य हमेशा के लिए अच्छा बना रहता हैं. साथ साथ आपको हमेशा के लिए धन की प्राप्ति होती रहती हैं. आपके घर में कभी भी कलह नही होता. और परिवार में शांति बनी रहती हैं. इसलिए रोजाना उत्तर दिशा में ही नहाना चाहिए.
शाम को क्यों नहीं नहाना चाहिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शाम को नहाना अशुभ माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की शाम के समय नहाने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. और इससे आपको धन हानि होने लगती हैं.
इसके अलावा यह भी माना जाता है की शाम के समय नहाने से हमारे शरीर में शीत का प्रकोप बढ़ जाता हैं. जिसका सीधा असर हमारे शरीर पर होता हैं. इसलिए शाम के समय नहाना वर्जित माना जाता हैं.
नहाने के बाद क्या नहीं करना चाहिए
नहाने के बाद आपको कभी भी पूजा की थाली को साफ़ नही करना चाहिए. अगर आप नहाने के बाद भगवान की पूजा करते हैं. तो पूजा की थाली को नहाने से पहले ही साफ़ कर ले.
नहाने के बाद अगर आप अशुद्ध पूजा की थाली को छूते है. इससे आप भी अशुद्ध हो जाते हैं. इसलिए नहाने के बाद कभी भी पूजा की थाली को साफ नही करना चाहिए. पूजा की थाली नहाने से पहले ही साफ़ कर ले.
गायत्री मंत्र के 13 गुप्त उपाय – सवा लाख गायत्री मंत्र का प्रभाव
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है स्त्री को कब नहाना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह स्त्री को कब नहाना चाहिए / किस दिशा में नहाना चाहिए आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
पत्नी पति के बिना कितने दिन रह सकती है / पत्नी मायके क्यों जाती है
2 दिन के लिए घूमने की जगह खोजो ऐसे
हाथ के नाख़ून पर सफ़ेद निशान का मतलब होता है
4 thoughts on “स्त्री को कब नहाना चाहिए / किस दिशा में नहाना चाहिए”