शीशम के पत्ते ठंडे होते हैं या गरम / शीशम के पत्ते कैसे खाना है – शीशम के पेड़ के बारे में तो आप सभी लोगो ने सुना ही होगा. यह पेड़ भारत में आसानी से पाया जाता हैं. और मजबूती के मामले में यह पेड़ काफी तगड़ा माना जाता हैं. इसलिए तो शीशम के पेड़ का उपयोग सबसे अधिक फर्नीचर बनाने में होता हैं.
लेकिन आयुर्वेद में भी शीशम का पेड़ औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता हैं. यह हमारी सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना जाता हैं. कुछ हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है की शीशम के पेड़ पत्तो से काफी सारी बीमारियों की दवाई बनाई जाती हैं. यह पेड़ हमारे लिए आशीर्वाद रूप माना जाता हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की शीशम के पत्ते ठंडे होते हैं या गरम. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
शीशम के पत्ते ठंडे होते हैं या गरम
शीशम के पत्ते काफी ठंडे होते हैं. इन पत्तो की तासीर ठंडी होती हैं. ऐसा माना जाता है की शीशम के पत्तो की तासीर बर्फ से भी ठंडी होती हैं. इसलिए पेट और शरीर की गर्मी को दूर करने के लिए शीशम के पत्तो का उपयोग किया जाता हैं.
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शीशम के पत्ते कैसे खाना है
शीशम के पत्तो को आप विभिन्न अलग अलग तरीके से खा सकते हैं. जैसे की आप शीशम के पत्तो का रस निकालकर उसे पी सकते हैं. इसके अलावा कुछ लोग शीशम के पत्तो का काढ़ा बनाकर भी पीते हैं.
काढ़ा बनाने के लिए पानी को अच्छे से उबाला जाता हैं. और उसमे शीशम के पत्ते डालकर पानी को उबालते हैं. इसके बाद इस काढ़ा का सेवन किया जाता हैं.
इसके अलावा कुछ लोग शीशम के पत्तो का उपयोग चबाकर भी करते हैं. कुछ लोग ऐसे ही चबा चबा कर शीशम के पत्तो को खा लेते हैं.
शीशम के पत्ते चबाने के फायदे
शीशम के पत्ते चबाकर खाने के कुछ मुख्य फायदे हमने नीचे बताए हैं.
एनीमिया की बीमारी में फायदेमंद
एनीमिया की बीमारी में शीशम के पत्ते काफी फायदेमंद साबित होते हैं. एनीमिया की बीमारी में शरीर में खून की कमी आ जाती हैं.
इस प्रकार की खून की कमी को दूर करने के लिए शीशम के पत्ते अच्छे माने जाते हैं. इसलिए आपको शीशम के पत्ते चबाकर खा लेने हैं. या फिर आप इसके पत्तो का रस निकालकर भी सेवन कर सकते हैं.
दस्त की बीमारी में फायदेमंद
अगर कोई दस्त की बीमारी से पीड़ित हैं. तो ऐसे में शीशम के पत्ते आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं. दस्त की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आपको शीशम के पत्ते खाने चाहिए.
मूत्र रोग में फायदेमंद
अगर आपको पेशाब करते समय जलन होती हैं. या फिर पेशाब में दर्द होता हैं. तो ऐसे रोग को ठीक करने में शीशम के पत्ते काफी लाभदायी माने जाते हैं. ऐसी बीमारी में शीशम के पत्ते चबाकर खाने से आपको रोग में लाभ मिलता हैं.
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शीशम के तेल के फायदे
शीशम के पत्तो के काफी सारे फायदे हैं. उसी प्रकार शीशम के तेल के भी काफी सारे फायदे हैं. जिसके बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
- शीशम के तेल का उपयोग घाव भरने में होता हैं. अगर किसी को चोट लगी हैं. और बहुत बड़ा घाव ही गया हैं. घाव भर नही रहे हैं. तो ऐसे में घाव पर शीशम के पत्तो का तेल लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं.
- अगर आपको शरीर के किसी भी हिस्से में जलन हो रही हैं. तो आप इसके तेल को प्रभावित जगह पर लगा सकते है. शीशम की तासीर ठंडी होती हैं. इसलिए इसके तेल से आपको जलन से छुटकारा मिलता हैं.
- अगर आपकी त्वचा पर झुरियां बनी हुई हैं. तो ऐसी जगह पर शीशम का तेल लगाने से आपकी त्वचा और शरीर की झुरियां खत्म हो जाती हैं. और आपकी स्किन पहले से बेहतर बनती हैं.
- ऐसा माना जाता है की शीशम के तेल में प्रचुर मात्रा में खनिज पाया जाता हैं. जो आपके शरीर में ठंडक प्रदान करता हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है शीशम के पत्ते ठंडे होते हैं या गरम. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा शीशम के पत्ते ठंडे होते हैं या गरम / शीशम के पत्ते कैसे खाना है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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