शमी पत्र कब तोड़ना चाहिए – शिवलिंग पर शमी पत्र कैसे चढ़ाएं – जिस प्रकार बिल्व पत्र भगवान शिव का प्रिय माना जाता हैं. इसी प्रकार शमी पत्र भी भगवान शिव का प्रिय माना जाता हैं. ऐसा माना जाता है की सोमवार के दिन या फिर सावन के महीने में शिवलिंग पर बिल्व पत्र के साथ शमी पत्र चढ़ाया जाए. तो इससे भगवान शिव के विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं. और इससे भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं.
धार्मिक मान्यता के अनुसार शमी पत्र शुभ माना जाता हैं. इसके लिए शमी पत्र तोड़ने के भी कुछ नियम हैं. आप अपनी मर्जी अनुसार किसी भी दिन शमी पत्र को नही तोड़ सकते हैं. अगर आप ऐसा करते है. तो इससे आपको हानि हो सकती हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की शमी पत्र कब तोड़ना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
शमी पत्र कब तोड़ना चाहिए
शमी पत्र भगवान शिव का प्रिय पत्र माना जाता हैं. इसलिए आप भगवान शिव के विशेष आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए और उनको प्रसन्न करने के लिए बिल्व पत्र के साथ शमी पत्र चढ़ा सकते हैं. लेकिन आपको अमावस्या, रविवार और सोमवार के दिन शमी पत्र नहीं तोड़ना चाहिए. इसके अलावा बाकी के किसी भी दिन आप शमी पत्र तोड़ सकते हैं.
शिवलिंग पर शमी पत्र कैसे चढ़ाएं
शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने के कुछ नियम हैं. जिसके बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
- अगर आप सोमवार या किसी भी दिन भगवान शिव के मंदिर जाते हैं. तो अपने साथ तांबे के लोटे में गंगाजल या शुद्ध जल साथ लेकर जाए.
- इस जल में आप सफ़ेद चंदन और अक्षत चावल भी डाल दे.
- इसके बाद इस पानी को “ओम नम: शिवाय” मंत्र जाप के साथ शिवलिंग पर अर्पित करे.
- इतना हो जाने के बाद बिल्व पत्र के साथ शमी पत्र भी शिवलिंग पर चढ़ा दीजिए.
- लेकिन जब आप शिवलिंग पर शमी पत्र चढ़ाए तब “अमंगलानां च शमनीं शमनीं दुष्कृतस्य च दु:स्वप्रनाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्” इस मंत्र का जाप अवश्य करे.
- इस मंत्र के जाप के साथ शमी पत्र चढाने से भगवान शिव के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं.
- शमी पत्र चढ़ा लेने के बाद और मंत्र जाप हो जाने के बाद आप धुप दीप आदि भी करना हैं.
- इसके बाद अंत में भगवान शिव की आरती करनी हैं. और प्रसाद का भोग लगाना हैं.
- तो कुछ इस प्रकार से आप शमी पत्र शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं.
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शिवलिंग पर शमी पत्र चढ़ाने के फायदे
शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने के कुछ फायदे हमने नीचे बताए हैं.
- शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से भगवान शिव के आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं.
- हमारे पुराने शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.
- शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से घर में सुख शांति बनी रहती हैं. इससे हमे रोगों से भी मुक्ति मिलती हैं.
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सोमवार के दिन शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से कुंडली में मौजूद बुरे दोष से हमें मुक्ति मिलती हैं.
- शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से शनि के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती हैं.
- सोमवार के दिन शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से हमे दुश्मनों से मुक्ति मिलती हैं. साथ साथ हमें जीवन में सफलता की भी प्राप्ति होती हैं.
- शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से शुभ फल की प्राप्ति होती हैं. तथा भक्तो की सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती हैं.
- शिवलिंग पर शमी पत्र चढाने से जीवन में आ रही सभी प्रकार की बाधा दूर हो जाती हैं. और हमें सुख की प्राप्ति होती हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है शमी पत्र कब तोड़ना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह शमी पत्र कब तोड़ना चाहिए – शिवलिंग पर शमी पत्र कैसे चढ़ाएं
आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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