सबसे पहले तिरंगा किसने फहराया / राष्ट्रीय ध्वज कब फहराया जाता है – तिरंगा जो की हमारे देश की आन बान और शान माना जाता हैं. 15 अगस्त 1947 के दिन भारत को अंग्रेजो से आजादी मिली इसके बाद भारत में हर साल 15 अगस्त 1947 स्वतंत्रता दिन पर तिरंगा फहराया जाता हैं.
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है तिरंगा सबसे पहले किसने और कहां फहराया होगा. अगर आप भी इस बारे में नही जानते हैं. तो आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की सबसे पहले तिरंगा किसने फहराया. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
सबसे पहले तिरंगा किसने फहराया
हमारे देश का तिरंगा सबसे पहले जर्मनी में फहराया गया. और इस तिरंगे को फहराने वाली एक महिला थी. जिनका नाम भिकाजी कामा था. यह मूल भारतीय महिला थी. लेकिन जाती से पारसी थी. इन्होने उस दौरान लंदन से लेकर जर्मनी और अमेरिका तक भ्रमण किया था. और भारत देश की आजादी के लिए आवाज उठाई ही थी.
ऐसा माना जाता है की भिकाजी कामा पेरिस से एक पत्रिका प्रकाशित करती थी. जिसका नाम “वन्देमातरम” पत्रिका था. और उस दौरान इनकी यह पत्रिका मूल भारतीयों की काफी अधिक लोकप्रिय मानी जाती थी.
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भिकाजी कामा का जीवन परिचय
भिकाजी कामा का जन्म 24 सितंबर 1861 के दिन महाराष्ट्र में हुआ था. भिकाजी कामा बचपन से ही सेवा भावी स्वभाव की और देशप्रेमी थी. इन्होने अपने समय में लोक कल्याण के काफी अच्छे अच्छे काम किये. ऐसा माना जाता है की भिकाजी कामा लोगो की सेवा में भी अपना योगदान दिया करती थी.
सन 1896 में महराष्ट्र में काफी अधिक प्लेग की बिमारी फ़ैल गई थी. इस समय भी भिकाजी कामा ने लोगो की मदद करके अपना योगदान लोगो की सेवा में दिया था. ऐसा माना जाता है की लोगो की सेवा करने में भिकाजी कामा खुद प्लेग रोग की चपेट में आ गई थी. लेकिन फिर भी उन्होंने लोगो की सेवा करने का कार्य किया.
प्लेग रोग से खुद स्वस्थ होने के बाद फिर वह देश की सेवा करने लगी. और अपने अंतिम दिनों तक देश की सेवा में लगी रही. 13 अगस्त 1936 के दिन भिकाजी कामा ने दुनिया को अलविदा कहा.
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कैसा था पहला देश का झंडा
आप जो अभी वर्तमान में जिस झंडे को देख रहे हैं. पहले के समय में भारत देश का झंडा ऐसा नही था. अभी वर्तमान में हमारा झंडा हैं. उसका डिजाइन पिंगली वेकैंया के द्वारा किया गया हैं. अभी तिरंगा तीन रंग से भरा हुआ हैं. जिसमे आपको नीले रंग के साथ अशोकचक्र भी दिखाई देता हैं.
ऐसा माना जाता है की जब भारत देश आजाद नही हुआ था. इससे पहले भारत के झंडे में काफी बार परिवर्तन किया गया था. भारत का पहला झंडा फहराया गया वह भी तीन रंग का ही था. लेकिन आज के तिरंगे जैसा नही था. वह तिरंगा आज के तिरंगे से अलग था.
भारत के पहले झंडे में सबसे ऊपर हरा बीच में पीला और सबसे नीचे लाल रंग था.इस झंडे के बीच वाले रंग पीले रंग में वंदेमातरम हिंदी भाषा में लिखा हुआ था.
ऐसा माना जाता है की भारत का यह पहला झंडा हिन्दू, इस्लाम और बौद्ध धर्म को प्रदर्शित करने वाला था. भारत के इस पहले झंडे में देश के विभिन्न धर्मो, संस्कृति और भावनाओ को समेटने का प्रयास किया गया था.
राष्ट्रीय ध्वज कब फहराया जाता है
हमारे देश में 15 अगस्त और 26 जनवरी के दिन राष्ट्र ध्वज फहराया जाता हैं.
भारत में सबसे पहले झंडा कहां फहराया गया था
भारत में सबसे पहले झंडा कोलकाता के पारसी बागान चौक पर फहराया गया था. यह झंडा 7 अगस्त 1906 के दिन कांग्रेस के एक अधिवेशन में फहराया गया था.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की सबसे पहले तिरंगा किसने फहराया. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा सबसे पहले तिरंगा किसने फहराया / राष्ट्रीय ध्वज कब फहराया जाता है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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