पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए | पूजा के बाद क्या करना चाहिए – हिन्दू सनातन धर्म में स्नान आदि करने के बाद पूजा करने का नियम हैं. हिन्दू सनातन धर्म में पूजा करने से मनुष्य और अधिक अपने इष्टदेव के नजदीक पहुँचता हैं. पूजा करने से भगवान भी प्रसन्न होते हैं. और मनुष्य की सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण करते हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए
हिन्दू सनातन धर्म में मंत्रो को काफी अहम और महत्वपूर्ण माना जाता हैं. मंत्र उच्चारण से ही भगवान प्रसन्न होते हैं. और भक्तो की मनोकामना पूर्ण करते हैं. पूजा करते समय एक मंत्र बोला जाता हैं. जिसके के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
मंत्र
कर्पूरब जो आवगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भबं भवानीसहितं नमामि।।
पूजा करते समय आपको भी यह मंत्र बोलना चाहिए. यह मंत्र बहुत ही लाभदायी और प्रभावशाली माना जाता हैं. इसके उच्चारण से भगवान भी प्रसन्न हो जाते हैं. और आपकी सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण करते हैं. ऐसा माना जाता है की पूजा करते समय इस मंत्र को बोलना चाहिए. बीना इस मंत्र के आपकी पूजा अधूरी मानी जाती हैं.
इस मंत्र का जाप मंदिरों में भी पूजा करने के दौरान किया जाता हैं. इसलिए यह मंत्र पूजा के समय अचूक बोलना चाहिए.
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पूजा के बाद क्या करना चाहिए
हिन्दू सनातन धर्म में पूजा करने का विशेष महत्व होता हैं. इससे मनुष्य को सुख की प्राप्ति होती हैं. और मनुष्य की सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती हैं. इससे हमे आंतरिक शक्ति मिलती हैं. और हमारे मन को शांति की प्राप्ति होती हैं.
पूजा करने के दौरान कभी ना कभी हमारे से कोई ना कोई गलती हो जाती हैं. जिससे भगवान नाराज हो जाते हैं. ऐसे में पूजा के बाद आपको भगवान से क्षमा मांगनी चाहिए.
हिन्दू सनातन धर्म में पूजा के बाद भगवान से माफ़ी मांगने का नियम हैं. इसलिए भगवान की पूजा करने के बाद बीना भूले भगवान से माफ़ी मांगनी चाहिए. पूजा के बाद भगवान से माफ़ी मांगने के लिए आप नीचे दिए गए मंत्र का जाप कर सकते हैं.
मंत्र
आवाहनं न जानामि न जानामि विसर्जनम्।
पूजां चैव न जानामि क्षमस्व परमेश्वर॥
मंत्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं जनार्दन।यत्पूजितं मया देव! परिपूर्ण तदस्तु मे॥
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मंदिर में पूजा करने के नियम
मंदिर में पूजा करने के कुछ नियम हमने नीचे बताए हैं.
- मंदिर में पूजा करते समय अन्य भक्तो से दुरी बनाकर पूजा करे.
- मंदिर में पूजा करते समय भगवान की मूर्ति के बिलकुल सामने खड़े रहकर कभी भी पूजा ना करे.
- मंदिर में पूजा करने के दौरान अपने पास बेल्ट या पर्स आदि ना रखे.
- अगर आप मंदिर में पूजा करने जा रहे हैं. तो काले कपड़े पहनने से बचे. इससे आपमें नकारात्मक भाव पैदा होता हैं.
- मंदिर में पूजा करने के दौरान कभी भी गलती से उलटी परिक्रमा ना करे.
- मंदिर में पूजा करने के दौरान आपको कभी भी खड़े रहकर पूजा नही करनी चाहिए. आपको आसन बिछाकर बैठकर ही पूजा करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है की खड़े रहकर पूजा करने से आपको किसी भी प्रकार से फल की प्राप्ति नही होती हैं.
- मंदिर में पूजा करने के दौरान आपको आपके सिर को ढककर ही पूजा करनी चाहिए. अगर महिला पूजा कर रही हैं. तो दुप्पटे से सिर को ढककर पूजा करनी चाहिए. अगर पुरुष पूजा कर रहे हैं. तो रुमाल आदि से सिर को ढककर पूजा करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है की बीना सिर ढके पूजा करने से पूजा का फल आकाश में चला जाता हैं. और आपको पूजा का कोई भी लाभ नही मिलता हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है पूजा करते समय क्या बोलना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
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