पितरों के दर्शन कैसे होते हैं – पितरों का आशीर्वाद कैसे मिलता है

पितरों के दर्शन कैसे होते हैं – पितरों का आशीर्वाद कैसे मिलता है – हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथो के अनुसार जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती हैं. तब उसकी आत्मा ऊपर की तरफ अर्थात आकाश की तरफ उठती हुई पितृ लोक में जाती हैं. इंसान के मरने के बाद वह पितर कहलाता हैं.

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इसलिए हिंदू सनातन धर्म में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने के बाद उनके पीछे श्राद्ध आदि किया जाता हैं. श्राद्ध के दिन पितरों को खीर का भोग लगाया जाता हैं. इस प्रकार उन्हें याद किया जाता हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की पितरों के दर्शन कैसे होते हैं तथा पितरों का आशीर्वाद कैसे मिलता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

पितरों के दर्शन कैसे होते हैं

आपको पितरों के दर्शन स्वप्न में हो सकते हैं. अगर आपने अपने किसी चाहने वाले को खो दिया है. तो वह आत्मा आपको स्वप्न के माध्यम से आपको दर्शन दे सकती हैं. आपके पितर आपको स्वप्न में आकर कुछ भी संकेत दे सकते हैं.

पितरों का आशीर्वाद कैसे मिलता है

अगर हमारे पितरों के आशीर्वाद हमे मिल जाए. तो यह हमारे लिए सबसे बड़ी बात हैं. लेकिन पितरों के आशीर्वाद ऐसे ही नहीं मिलते हैं. पितरों के आशीर्वाद पाने के लिए नीचे दी गई बातों का ध्यान रखे.

  • पितरों के आशीर्वाद पाने के लिए उनकी तिथि के दिन दान-पूण्य करे. उनके तिथि के दिन दान पूण्य करने से हमारे पितर प्रसन्न होते हैं. और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति होती हैं.
  • पितरों का पिंडदान तथा श्राद्ध आदि करने से भी पितरों के आशीर्वाद मिलते हैं.
  • श्राद्ध के दिन हमे कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए. तथा तामसिक भोजन करने से भी बचना चाहिए. ऐसा करने से पितर नाराज होते हैं. और उनके आशीर्वाद हमें नहीं मिलते हैं.
  • पितरों के आशीर्वाद पाने के लिए श्राद्ध के दिन सिर्फ एक व्यक्ति ही दान नही करके घर के सभी सदस्य को दान करना चाहिए. ताकि अधिक गरीब और जरूरतमंद लोगो तक आपका दान पहुंच सके. इससे पितर प्रसन्न होकर हमे आशीर्वाद देते हैं.
  • अगर आपसे कोई गलती हुई हैं. तो पितरों से क्षमा मांगे. ऐसा करने पर वह आपको माफ़ कर देते हैं. और आपको आशीर्वाद भी देते हैं.

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क्या पितरों को भोजन पहुंचता है

हमारे पुराने धर्म ग्रंथो के अनुसार ऐसा माना जाता है की श्राद्ध के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराने से वह भोजन पितरों तक पहुंचता हैं. उस दिन ब्राह्मणों के साथ पितर भी वायु स्वरूप में वहां मौजूद होते हैं. ब्राह्मणों के द्वारा किया गया भोजन सीधा हमारे पितरों तक पहुंचता हैं.

इसलिए हमारे पितरों तक भोजन पहुंचाने के लिए श्राद्ध के दिन ब्राह्मणों को पुरे मान-सम्मान के साथ भोजन करवाए. जिससे पितृ भी भोजन करके तृप्त हो जाए. और आपको उनके आशीर्वाद मिल सके.

ऐसा माना जाता है की ब्राह्मणों को भोजन कराने के बाद उनके घर तक उन्हें विदा करने के लिए घर के किसी सदस्य को जाना चाहिए. क्योंकि ब्राह्मण देवता के साथ हमारे पितृ भी उनके साथ चलते हैं. तो ऐसा करने पर पितरों को अच्छा लगता हैं.

पितरों की उम्र कितनी होती है

इंसान की मृत्यु के बाद आत्मा पितर लोक में चली जाती हैं. इसके पश्चात पितर की उम्र कितनी होती हैं. इसके बारे में कोई भी नहीं जानता हैं. इसलिए पितरों की उम्र के बारे में किसी को कुछ भी पता नहीं हैं. इसकी जानकारी कही पर भी उपलब्ध नहीं हैं.

पितरों को पानी देने का मंत्र

पितरों को पानी देते समय नीचे गए मंत्र का जाप करे.

पितरों को पानी देने का मंत्र

वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की पितरों के दर्शन कैसे होते हैं तथा पितरों का आशीर्वाद कैसे मिलता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य जानकारी भी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है. तो आगे जरुर शेयर करे.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह पितरों के दर्शन कैसे होते हैं आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

Shailesh Nagar

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