फौलाद भस्म के फायदे | भस्म क्या है – भस्म कितने प्रकार की होती है – भारत में आयुर्वेदिक जड़ी-बुट्टी का प्रयोग पुराने समय से चला आ रहा हैं. और आज के समय में आयुर्वेदिक का उतना ही महत्व है. जितना पुराने समय में आयुर्वेदिक का महत्व था. क्योंकि आयुर्वेदिक दवाई से शारीरिक बीमारी दूर तो होती हैं. लेकिन जड़-मूल से दूर हो जाती हैं. तथा इसके सेवन से कोई भी साइड इफेक्ट भी नहीं होता हैं.
इसलिए आज के समय में भी लोगो की रूचि आयुर्वेदिक की तरफ अधिक हैं. आयुर्वेद में कुछ भस्म भी आती हैं. आज हम इस आर्टिकल में ऐसी ही कुछ भस्म के बारे में चर्चा करेगे. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से फौलाद भस्म के फायदे तथा सिंगरफ और हीरा भस्म खाने के फायदे के बारे में बताने वाले हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
फौलाद भस्म के फायदे
फौलाद भस्म जिसे कांतिसार तथा कांत लौह के नाम से भी जाना जाता हैं. काफी लोग इस भस्म का इस्तेमाल खून को बढ़ाने के लिए करते हैं. इसके अलावा फौलाद भस्म के सेवन से धातु की संख्या में भी बढ़ोतरी होती हैं.
इसके अलावा फौलाद भस्म लिवर, कमला, दमा, खांसी, धातुरोग, क्षय, उदर संबंधित रोग, दुर्बलता आदि रोगों में भी फायदेमंद साबित होती हैं. आप इस भस्म को ½ तथा 1 रत्ती जितना ले सकते हैं. लेकिन फिर भी एक बार इस भस्म का सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदाचार्य की सलाह जरुर ले.
भस्म क्या है
कुछ आयुर्वेद औषधियों से प्राप्त पदार्थ को भस्म कहते हैं. जिसका उपयोग काफी सारी बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता हैं. भस्म संपूर्णरूप से आयुर्वेदिक मानी जाती हैं. यह एक प्रकार की जड़ी-बुट्टी ही होती हैं. भस्म के भी काफी प्रकार होते है. जिसके बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
भस्म कितने प्रकार की होती है
भस्म के कुछ प्रकार हमने नीचे बताए हैं.
- स्वर्ण भस्म
- लौह भस्म
- सिंगरफ भस्म
- हीरा भस्म
- अकिक भस्म
- अभ्रक भस्म
- कपदर्क भस्म
- कसीस भस्म
- गोदन्ती हरताल भस्म
- जहर मोहरा खताई भस्म
सिंगरफ भस्म के फायदे
सिंगरफ भस्म के सेवन से शीघ्र पतन की समस्या से छुटकारा मिलता हैं. धातु की संख्या में बढ़ोतरी होती हैं. नपुंसकता दूर होती हैं. तथा जोड़ो के दर्द से छुटकारा पाने के लिए सिंगरफ भस्म का उपयोग किया जा सकता हैं.
हीरा भस्म खाने के फायदे
हीरा भस्म से नपुंसकता दूर होती हैं. तथा वीर्य की संख्या में बढ़ावा होता हैं. इसके अलावा क्षय, वात, पित्त, भगंदर आदि रोगों में भी फायदा प्रदान करती हैं. अगर कोई व्यक्ति दुर्बल है. तो हीरा भस्म के सेवन से दुर्बलता खत्म होती हैं. तथा शरीर को शक्ति मिलती हैं. आपकी कामोतेजना बढ़ाने में भी हीरा भस्म फायदेमंद होती हैं.
स्वर्ण भस्म के फायदे
सभी भस्म में स्वर्ण भस्म सबसे महंगी और अधिक फायदेमंद मानी जाती हैं. इस भस्म में सोना अर्थात स्वर्ण (गोल्ड) मिलाया जाता हैं. इसलिए यह भस्म सबसे महंगी भस्म मानी जाती हैं. स्वर्ण भस्म काफी सारी बिमारियों में काम आती हैं. स्वर्ण भस्म के कुछ फायदे हमने नीचे बताए हैं.
- स्वर्ण भस्म से पाचन संबंधी विकार तथा दिल और फेफड़े संबंधी विकार को दूर होते हैं. स्वर्ण भस्म से दिल को मजबूती मिलती हैं.
- स्वर्ण भस्म के सेवन से हड्डियां मजबूत बनती हैं.
- स्वर्ण भस्म के सेवन से मांसपेशी संबंधित विकार दूर होता हैं. तथा मांसपेशियां मजबूत बनती हैं.
- कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में स्वर्ण भस्म फायदेमंद साबित होता हैं.
- अगर कोई व्यक्ति मानसिक विकार का शिकार हैं. तो उनके लिए स्वर्ण भस्म फायदेमंद मानी जाती हैं.
- स्वर्ण भस्म के सेवन से तनाव की समस्या से छुटकारा मिलता हैं.
- अगर शरीर के किसी भी अंग पर सुजन हैं. तो सुजन दूर करने में स्वर्ण भस्म फायदेमंद माना जाता हैं.
दोस्तों यह सभी भस्म किसी भी आयुर्वेदाचार्य की सलाह से लेनी चाहिए. क्योंकि सभी भस्म बहुत ही प्रभावशाली मानी जाती हैं. जिसको सही तरीके से न लेने पर उल्टा असर भी आपके शरीर पर हो सकता हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से फौलाद भस्म के फायदे तथा सिंगरफ और हीरा भस्म खाने के फायदे बताए हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह फौलाद भस्म के फायदे / भस्म क्या है – भस्म कितने प्रकार की होती है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद