मानहानि का केस कब कर सकते हैं – मानहानि केस क्या होता है – आपने काफी जगह पर “मानहानि” यह शब्द सुना होगा. अगर शरल भाषा में कहा जाए तो किसी की प्रतिष्ठा पर कीचड़ उछालना क़ानूनी भाषा में मानहानि कहा जाता हैं. इस दुनिया में प्रत्येक इंसान अपनी प्रतिष्ठा और मान सम्मान के लिए पूरी जिंदगी काम करता हैं.
हर एक इंसान यही चाहते है की उनको कोई अपमानजनक शब्द ना बोले और उनकी प्रतिष्ठा ऐसे ही कायम रहे हैं. लेकिन कुछ लोग अन्य लोगो की प्रतिष्ठा का मान नही रखते हुए उनके खिलाफ अपमानजनक शब्द बोल देते हैं. लेकिन ऐसे अपमानजनक शब्द बोलने वालो के लिए भी कानून में कुछ प्रावधान बनाये गए हैं.
जिसमे से मानहानि का केस भी मुख्य माना जाता हैं. आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से मानहानि के केस के बारे में ही आपके साथ बात करने वाले हैं. इसलिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की मानहानि का केस कब कर सकते हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
मानहानि का केस कब कर सकते हैं
अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ अपमानजनक शब्द बोलता हैं. जिसे सुनकर सुनने वाले व्यक्ति के मन में दुसरे व्यक्ति के खिलाफ धृणा पैदा होती हैं.
सुनने वाले व्यक्ति को लगता है की उसका अपमान हुआ हैं. या फिर किसी प्रतिष्टित व्यक्ति के खिलाफ कुछ आपतिजनक बोला जाता हैं. तो ऐसे समय पर बोलने व्यक्ति पर मानहानि का केस दर्ज हो सकता हैं.
जो व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति के खिलाफ आपतिजनक शब्द बोलता हैं. जिससे व्यक्ति को लगता है की उसका अपमान हुआ हैं. तो ऐसे में व्यक्ति ऐसे शब्द बोलने वाले व्यक्ति के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवा सकते हैं. और न्यायलय से न्याय मांग सकता हैं.
नीचे दी गई कुछ परिस्थितिओं में मानहानि का केस दर्ज हो सकता हैं.
- अगर आप किसी मृत व्यक्ति के खिलाफ कुछ आपतिजनक बोलते हैं. और उसकी ख्याति को नुकसान पहुंचाते हैं. इससे मृत व्यक्ति के रिश्तेदारों को ठेस पहुँचती हैं. तो ऐसे में आप पर मानहानि का केस दर्ज हो सकता हैं.
- अगर आप किसी व्यक्ति, मृत व्यक्ति, कंपनी या संगठन के खिलाफ आपतिजनक शब्द बोलते हैं. तो ऐसी स्थिति में भी आप पर मानहानि का केस दर्ज हो सकता हैं.
- अगर आप किसी कंपनी या व्यक्ति के खिलाफ व्यंग्य के रूप में कुछ आपतिजनक बात करते हैं. तो ऐसे में भी आप पर मानहानि का केस दर्ज होता हैं. व्यंग्य के रूप में भी आप किसी को कुछ आपतिजनक नही बोल सकते हैं.
- अगर किसी व्यक्ति ने अन्य व्यक्ति पर कुछ आपतिजनक बोला हैं. तो ऐसी बातो को प्रकाशित करना या फिर बेचना भी एक प्रकार की मानहानि मानी जाती हैं. ऐसे में भी प्रकाशित करने वाले और बेचने वाले व्यक्ति को सजा मिलती हैं.
कुछ इन सभी परिस्थितियों में मानहानि का केस दर्ज हो सकता हैं. यह केस दर्ज होने पर अपराधी को दो वर्ष की जेल की सजा और जुर्माना भरने की सजा मिल सकती हैं. कई स्थिति में यह दोनों सजा हो सकती हैं.
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मानहानि केस क्या होता है
जब किसी व्यक्ति के खिलाफ आपतिजनक शब्द बोले जाते हैं. जिससे व्यक्ति की मान प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचती हैं. उस व्यक्ति के खिलाफ लोगो के मन में धृणा पैदा होती हैं. तो इसे मानहानि का केस माना जाता हैं.
मानहानि का केस दर्ज होने पर फ़ौजदारी या दीवानी मुकदमे चलाये जा सकते हैं. इसमें व्यक्तो को दो वर्ष की कैद की सजा या फिर जुर्माना भरवाकर दंडित किया जाता हैं.
मानहानि के आवश्यक तत्व क्या है
शब्दों और कथनों का अपमानजनक होना मानहानि का प्रमुख और आवश्यक तत्व माना जाता हैं. जिसमे ऐसे शब्द या कथन शामिल है जिससे व्यक्ति की प्रतिष्ठा को ठेस पहुँचती हो. जिससे व्यक्ति का मान सम्मान कम होता हैं. लोग ऐसे व्यक्ति को धृणा की नजर से देखने लगते हैं. इसका असर व्यक्ति के कारोबार और बिजनेस पर भी पड़ता हैं.
कुछ आवश्यक तत्व, शब्द और कथन के बारे में हमने नीचे जानकारी प्रदान की हैं.
- अगर आप किसी व्यक्ति पर आपतिजनक टिप्पणी करते हैं. जिसका सीधा असर उसके कारोबार या बिजनेस पर पड़ता हैं.
- किसी व्यक्ति के चरित्र पर कुछ बोलना.
- अगर आप किसी व्यक्ति के खिलाफ कुछ बोलते हैं. जिसे सुनकर अन्य लोग उस व्यक्ति की तरफ धृणा की नजर से देखने लगते हैं.
- अगर आप ऐसे कुछ शब्द बोलते हैं. जो सुनकर अन्य ;लोग उसके करीब जाना छोड़ देते हैं. या फिर मिलना बंद कर देते हैं. उस व्यक्ति से लोग भयभीत रहने लगते हैं.
- तो यह सभी शब्द और कथन मानहानि के आवश्यक तत्व माने जाते हैं.
मानहानि केस से बचने के उपाय
अगर आपने किसी के खिलाफ आपतिजनक शब्द बोले हैं. या फिर कुछ अपमानजनक शब्द कहे हैं. और उस व्यक्ति के पास आपके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. तो आप मानहानि के केस से नही बच सकते हैं. मानहानि का केस लगने के बाद आपको दो वर्ष की कारवास की सजा और जुर्माने की सजा हो सकती हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है मानहानि का केस कब कर सकते हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह मानहानि का केस कब कर सकते हैं – मानहानि केस क्या होता है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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