मांगलिक की शादी कब होती है – मांगलिक कुंडली की पहचान – ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जो व्यक्ति मांगलिक होता हैं. उनके विवाह में कई प्रकार की बाधाएं आती हैं. ऐसा माना जाता है की मांगलिक दोष के कारण वैवाहिक जीवन में काफी समस्याएं उत्पन्न होती हैं. इस कारण पति-पत्नी में मनमुटाव तथा झगड़े आदि होने लगते हैं. ऐसे लोगो का वैवाहिक जीवन बिलकुल भी सुखमय नहीं होता हैं.
इसलिए किसी भी मांगलिक को अपना मांगलिक दोष हट जाने के बाद शादी करनी चाहिए. यह मांगलिक दोष कब हटता है तथा मांगलिक की शादी कब होती हैं. यह जानने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की मांगलिक की शादी कब होती है. इसके अलावा मांगलिक कुंडली की पहचान तथा मांगलिक होने के नुकसान भी बताने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
मांगलिक की शादी कब होती है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर कोई जातक मांगलिक है. तो उन्हें 29 वर्ष की आयु के बाद शादी करनी चाहिए. ऐसा माना जाता है की मांगलिक दोष 29 वर्ष की आयु तक जातक की कुंडली में बना रहता हैं. इसके बाद मांगलिक दोष जातक की कुंडली में से हट जाता हैं. जो जातक मांगलिक होता हैं. उन्हें मांगलिक जीवनसाथी से ही शादी करनी पड़ती हैं. तब जाकर दोनों का वैवाहिक जीवन सुखमय तरीके से निकलता हैं.
लेकिन 29 वर्ष की आयु के बाद मांगलिक दोष उतर जाने के बाद आप गेर मांगलिक से भी शादी कर सकते हैं. अगर आप 29 वर्ष की आयु से पहले शादी करना चाहते हैं. तो आपको किसी भी मांगलिक दोष वाले व्यक्ति से ही शादी करनी पड़ेगी. इसके अलावा आप किसी भी अच्छे से ज्योतिष की सलाह से 29 वर्ष की आयु के पहले शादी कर सकते हैं.
मांगलिक कुंडली की पहचान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल 1, 4, 7, 8 तथा 12 वें भाव में मौजूद हैं. तो वह जातक मांगलिक माना जाता है. इस तरीके से मांगलिक कुंडली की पहचान होती हैं.
अगर आपकी कुंडली इन सभी भाव में मंगल मौजूद है. तो जल्दी से जल्दी मंगल को अनुकूल स्थिति पर ले जाने के लिए ज्योतिष उपाय करे. इसके लिए आप किसी भी अच्छे से ज्योतिष की सलाह ले सकते हैं. और उनके कहे अनुसार मंगलदोष निवारण के उपाय कर सकते हैं.
मांगलिक होने के नुकसान
मांगलिक होने के कुछ नुकसान हमने नीचे बताए हैं.
- मांगलिक दोष होने पर पति-पत्नी में मनमुटाव तथा झगड़े आदि उत्पन्न होते हैं.
- पति या पत्नी का करियर बिगड़ जाता हैं. दोनों में से कोई भी अपने जीवन में आगे नहीं बढ़ पाता हैं. पति-पत्नी की सफलता के बीच में कोई न कोई बाधा उत्पन्न होती रहती हैं.
- घर परिवार में हमेशा के लिए मंगलदोष के कारण कलह बना रहता हैं.
- मांगलिक दोष के कारण पति पत्नी दोनों ही मानसिक डिप्रेशन में आ जाते हैं.
- मांगलिक दोष के कारण वाहन दुर्घटना तथा भूमि और मकान से संबंधित कोई नुकसान हो सकता हैं.
- जातक के भाइयों से जातक का झगड़ा हो सकता हैं.
- मंगलदोष के कारण महिला को संतान होने में बाधा उत्पन्न होती हैं. इस कारण वह बांझपन का शिकार बन जाती हैं.
- मांगलिक होने के कारण स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं. जैसे की जातक को लीवर, किडनी, कैंसर, एनीमिया, ह्रदय रोग आदि बीमारी होने लगती हैं.
- मांगलिक दोष होने के कारण आपका खर्चा दवाइयों में अधिक होने लगता हैं. दवाइयां लेने के बाद भी मरीज इस दोष के कारण ठीक नहीं हो पाता है. और धीरे धीरे कमजोर होता हैं.
- मांगलिक दोष होने के कारण जातक को कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने पड़ते हैं. वह इन्ही सभी चक्करों में पड़ा रहता हैं. इस कारण उसकी उन्नति नहीं ही पाती हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की मांगलिक की शादी कब होती है. इसके अलावा मांगलिक कुंडली की पहचान तथा मांगलिक होने के नुकसान भी बताए हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह की मांगलिक की शादी कब होती है / मांगलिक कुंडली की पहचान आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद