खाटू श्याम जी के उपाय – खाटू श्याम की ज्योत कैसे जलाते हैं – राजस्थान के सीकर में मौजूद खाटू श्यामजी के मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में भक्तगण दर्शन करने के लिए जाते हैं. कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को हर साल खाटू श्यामजी का जन्मदिवस मनाया जाता हैं. इस मौके पर काफी लोग भक्त बाबा के चरणों में हाजरी लगाने जाते हैं.
ऐसा माना जाता है की श्री खाटू श्यामजी की दर्शन मात्र से ही भक्तो के सभी दुख दूर हो जाते हैं. तथा भक्तो की सभी प्रकार की मनोकामना पूर्ण होती हैं. अगर आप घर बैठे ही खाटू श्याम जी से संबंधित कुछ उपाय करते हैं. तो आपका जीवन भी सुखमय बन जाता हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से खाटू श्याम जी के उपाय बताने वाले हैं. इसके आलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
खाटू श्याम जी के उपाय
खाटू श्याम जी का एक बहुत ही कारगर और प्रभावशाली उपाय हमने नीचे बताया हैं. जिसे करने से मनुष्य की सभी प्रकार की समस्या का निवारण होता हैं.
- खाटू श्याम जी का उपाय करने के लिए सबसे पहले उनकी प्रतिमा को किसी भी साफ़ जगह पर साफ वस्त्र पर स्थापित कर ले.
- इसके पश्चात पुष्प, धूपदीप, अगरबत्ती, प्रसाद, भोग, पंचामृत आदि को तैयार करकर रख ले.
- अब खाटू श्याम जी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान करवाए. इसके पश्चात शुद्ध जल से फिर से स्नान करवाने के बाद मुलायम कपड़े से प्रतिमा को साफ कर ले.
- इसके पश्चात पुष्प आदि चढाने के बाद घी का दीपक जलाए और अगरबत्ती करे.
- इसके बाद खाटू श्याम जी की प्रतिमा के समक्ष कच्चा दूध चढ़ाए. और सात्विक प्रसाद जैसे की पेंडा, हलवा, लड्डू आदि का भोग लगाए.
- इतना करने के बाद खाटू श्याम जी से क्षमा याचना करे. तथा अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए प्रार्थना करे.
- खाटू श्याम जी को चढाया हुआ प्रसाद स्वयं ग्रहण करे. और दुसरो में भी बांट दे.
- यह उपाय आपको रोजाना नियमति रूप से सुबह के समय स्नान आदि करने के बाद करना हैं. यह उपाय करने से खाटू श्याम जी के आशीर्वाद की आपको प्राप्ति होगी. तथा उनके आशीर्वाद से आपका जीवन सुखमय होगा.
खाटू श्याम की ज्योत कैसे जलाते हैं / खाटू श्याम के 11 नाम
खाटू श्याम जी की ज्योत उनके 11 नाम का जयकारा लगाकर की जाती हैं. उनके 11 नाम हमने नीचे बताए हैं.
- जय खाटू वाले श्याम
- जय श्री श्याम
- जय हो कलियुग देव की
- जय हो शीश के दानी
- जय खाटू नरेश
- जय हो खाटू वाले नाथ की
- जय मोर्वये
- लीले के अश्वार की जय
- जय मोर्विनंदन श्याम
- हारे के सहारे की जय
- लखदातार की जय
निशान क्यों चढ़ाया जाता है?
श्याम बाबा ने बलिदान में अपना शीश दान कर दिया था. इसलिए उनके इस बलिदान और विजय पर निशान चढ़ाया जाता हैं. निशान एक ध्वजा होती हैं. जो नीला, केसरी, सफ़ेद और लाल रंग की होती हैं.
श्याम बाबा की पूजा कैसे करनी चाहिए
जैसे हम अन्य देवी देवताओं की पूजा करते हैं. उसी तरीके सामान्य रूप से श्याम बाबा की पूजा की जाती हैं. श्याम बाबा की पूजा करने के लिए स्नान आदि करने के बाद उनकी प्रतिमा के समक्ष घी का दीपक जलाकर तथा पुष्प आदि चढ़ाकर की जाती हैं. अंत में आप ऊपर बताए गए श्याम बाबा के 11 नाम का जयकारा लगा सकते हैं. और उनकी आरती कर सकते हैं.
खाटू श्याम कब जाना चाहिए?
वैसे तो आप खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए कभी भी जा सकते हैं. लेकिन कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष एकादशी के दिन उनके जन्मदिवस पर काफी भक्तगण दर्शन करने के लिए जाते हैं. वहां पर मेला भी लगता हैं. इस विशेष मौके पर आप खाटू श्याम जा सकते हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से खाटू श्याम जी के उपाय बताए हैं. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह खाटू श्याम जी के उपाय – खाटू श्याम की ज्योत कैसे जलाते हैं आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद