गोमेद रत्न किस दिन धारण करना चाहिए – गोमेद रत्न धारण करने की विधि – रत्न शास्त्र के अनुसार रत्न पहनना हमारे लिए लाभदायी माना जाता हैं. वैसे तो रत्न काफी प्रकार के होते हैं. और सभी के लाभ भी अलग अलग होते हैं. लेकिन आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से गोमेद रत्न के बारे में बात करने वाले हैं.
सभी रत्नों में गोमेद रत्न भी काफी लाभदायी और महत्वपूर्ण रत्न माना जाता हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है की यह हमारी कुंडली में मौजूद राहू के बुरे प्रभाव को दूर करता हैं. तथा यह हमे शनि के दोष से भी बचाता हैं.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने वाले है की गोमेद रत्न किस दिन धारण करना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान करने वाले हैं. तो यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए आज का हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
गोमेद रत्न किस दिन धारण करना चाहिए
अगर आप गोमेद रत्न धारण करते है. तो आपको शनिवार के दिन ही गोमेद रत्न धारण करना चाहिए. ऐसा माना जाता है की गोमेद रत्न पहनने से शनिदोष ठीक होता हैं. इसलिए शनिवार का दिन शनिदेवता का दिन होता हैं. इस वजह से शनिवार के दिन गोमेद रत्न पहनना शुभ माना जाता हैं.
शनिवार के दिन गोमेद रत्न पहनने से शनिदेवता के बुरे प्रभाव से मुक्ति मिलती हैं. अगर आप शनिवार के दिन गोमेद रत्न धारण करते हैं. तो आपको गोमेद रत्न अष्टधातु या फिर चांदी की अंगूठी में ही धारण करना चाहिए.
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गोमेद रत्न धारण करने की विधि
गोमेद रत्न धारण करने से पहले आपको उसके धारण करने की विधि सही तरीके से पता होनी चाहिए. हमने गोमेद रत्न धारण करने की संपूर्ण विधि नीचे बताई हैं.
- गोमेद रत्न हमेशा ही शनिवार के दिन धारण करना चाहिए. इसलिए गोमेद रत्न पहनने के लिए सबसे पहले शनिवार के दिन का चुनाव करे.
- अगर आप गोमेद रत्न खरीदते हैं. तो कम से कम 6 से 7 रति का गोमेद रत्न खरीदे. क्योंकि कम से कम इतने रति का गोमेद रत्न पहनना जरूरी होता हैं.
- इसके बाद गोमेद रत्न को हमेशा अष्टधातु या चांदी की धातु में ही पहनना चाहिए. किसी अन्य धातु में गोमेद रत्न पहनने से बचना चाहिए.
- इतना हो जाने के बाद गोमेद रत्न को धारण करने से पहले गोमेद रत्न को शहद, गंगाजल और दूध से अच्छे से धो लीजिए. हो सके तो एक रात के लिए इसी मिश्रण में रहने दीजिए.
- इसके बाद शनिवार के दिन गोमेद रत्न धारण करने के दौरान “ओम रां रावे नम:” मंत्र का 108 बार एक माला जाप करे. एक माला जाप करने के लिए आप किसी भी माला का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन हो सके तो रुद्राक्ष की माला से मंत्र जाप करे.
- मंत्र जाप पूर्ण होने के बाद गोमेद रत्न को अपने सीधे हाथ की मध्यमा ऊँगली में धारण करे.
- इतना हो जाने के बाद राहू ग्रह से जुडी वस्तु का किसी मंदिर में दान करे.
- तो कुछ इस प्रकार से आप विधि सहित गोमेद रत्न धारण कर सकते हैं.
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गोमेद रत्न कितने रत्ती का पहनना चाहिए
अगर आप गोमेद रत्न धारण करते हैं. तो आपको कम से कम 6 से 7 रत्ती का गोमेद रत्न धारण करना चाहिए.
गोमेद रत्न धारण करने के लाभ
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गोमेद रत्न धारण करने के काफी सारे लाभ हैं. लेकिन राहू और शनि के बुरे प्रभाव से छुटकारा पाने के लिए गोमेद रत्न काफी फायदेमंद माना जाता हैं.
ऐसा माना जाता है की जिस जातक की कुंडली में राहू कमजोर होता हैं. ऐसे राहू को मजबूत बनाने के लिए गोमेद रत्न पहना जाता हैं. तथा शनिदोष से मुक्ति पाने के लिए भी गोमेद रत्न लाभदायी माना जाता हैं.
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निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है गोमेद रत्न किस दिन धारण करना चाहिए. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह गोमेद रत्न किस दिन धारण करना चाहिए आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद
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