फिरोजा किस उंगली में पहना जाता है | फिरोजा रत्न कैसे धारण करें – हमारे जीवन में जब भी कोई समस्या उत्पन्न होती हैं. तो उसके पीछे काफी सारे कारण होते हैं. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण ज्योतिष शास्त्र भी हो सकता हैं. हमारे जीवन में जब भी कोई समस्या आती है. तो ज्योतिष हमे उंगली में रत्न पहनने की सलाह देते हैं. जिससे हमारी सभी समस्या का निवारण होता हैं.
वैसे तो रत्न काफी प्रकार के होते हैं. और समस्या तथा राशि के अनुसार ज्योतिष के द्वारा रत्न पहनने की सलाह दी जाती हैं. लेकिन आज हम फिरोजा रत्न के बारे में आपको संपूर्ण जानकारी प्रदान करेगे. इसलिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.
दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताने है की फिरोजा किस उंगली में पहना जाता है तथा फिरोजा क्या होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने वाले हैं.
तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.
फिरोजा किस उंगली में पहना जाता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फिरोजा दाएं हाथ की बीचवाली या अनामिका उंगली में पहनना शुभ माना जाता हैं. आप फिरोजा को चांदी की अंगूठी में बनाकर पहन सकते हैं.
फिरोजा क्या होता है
फिरोजा एक प्रकार का रत्न स्टोन हैं. फिरोजा रत्न का इस्तेमाल आभूषण बनाने में भी होता हैं. यह रत्न गहरे आसमानी कलर का होता हैं. ऐसा माना जाता है की फिरोजा रत्न की अंगूठी या लोकेट बनाकर कोई भी पहन सकता हैं. फिरोजा पहनने से व्यक्ति को काफी लाभ मिलता हैं.
फिरोजा किस ग्रह का रत्न है
फिरोजा बृहस्पति यानि गुरु ग्रह का रत्न माना जाता हैं. बृहस्पति को शुभ ग्रह माना जाता हैं. इसलिए फिरोजा पहनने से व्यक्ति को लाभ होता हैं.
फिरोजा रत्न कैसे धारण करें
फिरोजा रत्न धारण करने की संपूर्ण विधि हमने नीचे बताई हैं.
- जातक फिरोजा रत्न की अंगूठी या गले में पेंडेंट बनाकर पहन सकते हैं.
- फिरोजा रत्न हमेशा चांदी की अंगूठी में बनाकर ही पहनना चाहिए.
- फिरोजा रत्न आप दाएं हाथ की बीचवाली या अनामिका उंगली में धारण कर सकते हैं.
- फिरोजा रत्न को गुरुवार के दिन पहनना शुभ माना जाता हैं. इसके अलावा आप शुक्ल पक्ष में भी फिरोजा रत्न धारण कर सकते हैं.
- फिरोजा रत्न धारण करने के लिए आप शुक्ल पक्ष या गुरुवार के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद अपने पूजा स्थल पर बैठ जाए.
- अब एक तांबे का लौटा लीजिए उसमें गंगाजल, तुलसी के कुछ पत्ते, शहद तथा कच्चा दूध डालिए.
- तैयार किये गए इस जल में फिरोजा रत्न को भी डाल दीजिए.
- अब “ऊं ग्रां ग्रीं ग्रूं सा: गुरुवे नम:” मंत्र का 108 बार जाप करे.
- यह सभी प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के पश्चात फिरोजा रत्न को साफ पानी से धो लीजिए.
- अब आप फिरोजा रत्न को धारण कर सकते हैं.
फिरोजा रत्न कितने रत्ती का पहनना चाहिए
अगर कोई जातक फिरोजा रत्न पहनता है. तो कम से कम 3 से 4 रत्ती का फिरोजा रत्न पहनना चाहिए.
फिरोजा रत्न के नुकसान
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार फिरोजा रत्न पहनने से कोई भी नुकसान नहीं होता है. फिरोजा रत्न पहनने के सिर्फ फायदे ही फायदे हैं. लेकिन ऐसा माना जाता है की जिस जातक की कुंडली में बृहस्पति गुरु ग्रह मजबूत हैं. उन लोगो को फिरोजा रत्न धारण करने की कोई भी आवश्यकता नहीं हैं.
फिरोजा रत्न के फायदे
- जिनका गुरु कमजोर है. उन्हें यह रत्न पहनने से फायदा होता हैं.
- जो लोग अपने आप को मानसिक रूप से कमजोर समझते हैं. उन लोगो के लिए यह रत्न फायदे प्रदान करने वाला हैं.
- जो व्यक्ति घमंडी या अहंकारी हैं. उन्हें यह रत्न पहनने से फायदा होता हैं.
- स्वास्थ्य संबंधी निवारण के लिए फिरोजा रत्न धारण करना चाहिए.
- अगर आप अपने जीवन में मान-सम्मान चाहते हैं. तो फिरोजा रत्न धारण करने के बाद आपके मन की यह इच्छा पूर्ण हो सकती हैं.
फिरोजा पत्थर की कीमत
फिरोजा पत्थर प्रति रत्ती आपको 300 रूपये के करीब मिल जाएगा.
निष्कर्ष
दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया है की फिरोजा किस उंगली में पहना जाता है तथा फिरोजा क्या होता है. इसके अलावा इस टॉपिक से जुडी अन्य और भी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की हैं.
हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ हैं. तो आगे जरुर शेयर करे. ताकि अन्य लोगो तक भी यह महत्वपूर्ण जानकारी पहुंच सके.
दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह फिरोजा किस उंगली में पहना जाता है / फिरोजा रत्न कैसे धारण करें आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद