15 का यंत्र बनाने की विधि / 15 का यंत्र क्या है

15 का यंत्र बनाने की विधि / 15 का यंत्र क्या है – लगभग सभी यंत्रो में 15 का यंत्र प्रमुख माना जाता हैं. हमारे प्राचीन ऋषि-मुनि भी इस यंत्र के बारे में काफी अच्छी तरीके से जानते हैं. इस यंत्र से जुडी कुछ क्रिया करने के लिए हमारे ऋषि-मुनि 15 का यंत्र का उपयोग करते थे. ऐसा माना जाता है की सभी देवी-देवता के लिए 15 का यंत्र अलग-अलग होता हैं.

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इस यंत्र का इस्तेमाल प्राचीन काल में दुर्गा जी की प्रतिमा के नीचे रखकर किया जाता था. हमारे कुछ प्राचीन पुराणों में 15 के यंत्र को भगवान के समान बताया गया हैं. इसलिए तो आज भी 15 के यंत्र का उतना ही महत्व है. जितना पहले था. आज भी काफी लोग 15 के यंत्र का उपयोग अपने कार्य सिद्ध करने के लिए करते हैं.

दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से 15 का यंत्र बनाने की विधि तथा 15 यंत्र के लाभ बताने वाले हैं. इसके अलावा यह भी बताएगे की 15 का यंत्र क्या है. यह सभी महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए हमारा यह आर्टिकल अंत तक जरुर पढ़े.

तो आइये हम आपको इस बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं.

15 का यंत्र बनाने की विधि         

15 का यंत्र बनाने की संपूर्ण विधि हमने नीचे बताई हैं. जिस के लिए नीचे दी गई वस्तु की जरूरत पड़ेगी.

  • सबसे पहले आपको अष्ठगंध लाना है. जो केसर, चंदन, कस्तूरी आदि से बनता हैं. यह आपको आपके आसपास के किसी भी पंसारी की दुकान से मिल जाएगा.
  • अब आपको अनार के पेड़ की एक डंडी कही से लानी होगी. इस डंडी को एक साइड से कलम का आकार देना हैं.
  • इसके पश्चात आपको पंसारी की दुकान से भोजपत्र लाना है.
  • यह यंत्र बनाने के लिए आपको गंगाजल की जरूरत पड़ेगी. इसलिए गंगाजल भी ले ले.
  • अब आपको तांबे से बना ताबीज का खोल लेना हैं. खोल अलग-अलग प्रकार के आते हैं. आप कोई भी आकार का ले सकते हैं.
  • यह सभी वस्तु इक्कठी हो जाने के पश्चात अब थोडा सा अष्ठगंध ले.
  • अब इस अष्ठगंध में गंगाजल की थोड़ी सी बूंदे मिला ले.
  • अब इसको अच्छे से मिश्रण करे. अच्छे से मिश्रण हो जाने के बाद आपकी स्याही तैयार हो जाएगी. जिससे आप 15 का यंत्र बना सकते हैं.
  • स्याही तैयार हो जाने के बाद अनार की डंडी से बनाई हुई कलम से भोजपत्र पर 15 का यंत्र बनाए. 15 के यंत्र का चित्र हमने नीचे दिया हैं. आपको उसी प्रकार का चित्र स्याही से बनाना हैं.

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यह प्रक्रिया पूर्ण हो जाने के बाद आपका 15 का यंत्र तैयार हैं. आप 15 के यंत्र को तांबे के ताबीज में डालकर अपने गले में धारण कर सकते हैं. यह यंत्र आपको किसी भी शुभ मुहूर्त में बनाना चाहिए.

15 का यंत्र क्या है

15 का यंत्र प्राचीन समय से ही सभी यंत्रो में प्रमुख माना जाता हैं. इस यंत्र का उपयोग हमारे प्राचीन ऋषि-मुनि करते थे. हमारे पुराने ग्रंथो में देखने को मिलता है. की 15 का यंत्र भगवान के समान माना गया हैं.

इस यंत्र का उपयोग आज भी काफी लोग करते हैं. इसकी हर लाइन का जोड़ 15 ही आता हैं. इसलिए यह 15 का यंत्र नाम से जाना जाता हैं. इस यंत्र को अष्ठगंध से बनी स्याही से बनाया जाता हैं.

15 यंत्र के लाभ

15 यंत्र के कुछ लाभ हमने नीचे बताए हैं.

  • अगर किसी को भुत-प्रेत से डर लगता हैं. या किसी व्यक्ति के ऊपर भुत-प्रेत का शाया हैं. तो 15 के यंत्र का ताबीज बनाकर पहनने से फायदा होता हैं.
  • अगर आप बार-बार नेगेटिव सोचते हैं. आपके मन में गलत और बुरे ख्याल आते हैं. तो 15 के यंत्र का ताबीज पहनना चाहिए. इससे आपके मन में पॉजिटिव विचार आना शुरू होगे. और आपको सभी क्षेत्र में सफलता हांसिल होगी.
  • यह यंत्र इतना शक्तिशाली माना जाता हैं. की इसके उपयोग से हमारी काफी समस्या का निवारण होता हैं.

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निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से 15 का यंत्र बनाने की विधि तथा 15 यंत्र के लाभ बताए हैं. इसके अलावा यह भी बताया है की 15 का यंत्र क्या है. हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा.

दोस्तों हम आशा करते है की आपको हमारा यह 15 का यंत्र बनाने की विधि / 15 का यंत्र क्या है आर्टिकल अच्छा लगा होगा. धन्यवाद

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